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गहलोत और वसुंधरा की राह पर भजनलाल प्रवासी राजस्थानी समाज में अपनी जगह मजबूत कर रहे है राजस्थान के सीएम

  • Anup Bhandari
  • May 21
  • 2 min read


मुंबई। राजस्थान में भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने अपने डेढ़ साल के कार्यकाल में न केवल प्रादेशिक राजनीति, प्रशासन और पुलिस व्यवस्था में अपनी मजबूत पकड़ बनाई है, बल्कि सत्ता में नये-नये होने के बावजूद देशभर के प्रवासी राजस्थानी समाज में भी वे अपनी लोकप्रियता को अभूतपूर्व स्तर पर ले गए हैं। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के प्रवासियों के बीच व्यक्तिगत संबंध स्थापित करने की भजनलाल शर्मा की कोशिशों से वे अपने पूर्ववर्र्ती मुख्यमंत्रियों, भैरोंसिंह शेखावत, अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे जैसे दिग्गज नेताओं के समकक्ष जगह बनाने की तैयारी में है।

देश के उपराष्ट्रपति रहे स्व. भैरोंसिंह शेखावत का अपने मुख्यमंत्री काल में प्रवासी राजस्थानियों में विशेष सम्मान एवं स्थान रहा है। उनकी नीतियों और व्यक्तिगत जुड़ाव ने उन्हें प्रवासियों का प्रिय नेता बनाया। वहीं, अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे ने भी अपने कार्यकाल और उसके बाद सामाजिक संस्थाओं के माध्यम से प्रवासियों के साथ गहरा रिश्ता कायम रखा। गहलोत का विभिन्न सामाजिक संगठनों के जरिए प्रवासियों से जुड़ाव और राजे की प्रभावी छवि ने उन्हें लंबे समय तक लोकप्रिय बनाए रखा। अशोक गहलोत एवं वसुंधरा राजे का मुंबई सहित देशभर के प्रवासियों में अब भी वहीं सम्मान है जो पद पर रहते हुए उन्हें मिला है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा हालांकि अपने पद पर आने के वर्ष भर बाद प्रवासियों में सक्रिय हुये, क्योंकि उन्होंने अपने कार्यकाल की शुरुआत में प्रशासनिक सुधारों और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित किया। इसके बाद उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों के बीच अपनी उपस्थिति को मजबूत करने की रणनीति अपनाई। राजनीतिक निरंजन परिहार कहते कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव एवं लोकसभा चुनावों के दौरान शर्मा ने मुंबई और महाराष्ट्र के प्रवासी राजस्थानियों के बीच जबरदस्त सक्रियता दिखाई, जिससे मुंबई के हर वर्ग के प्रवासियों में मुख्यमंत्री शर्मा की छवि को और बल मिला। परिहार कहते है कि राजस्थान में भजनलाल शर्मा जिस भरतपुर इलाके के हैं, वहां के लोग मुंबई में बहुत कम हैं। लेकिन फिर भी मारवाड़, शेखावटी, मेवाड़ और हाडौती के इलाके के प्रवासियों में उनका संपर्क बढ़ा है। मुंबई में हाल ही में राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में उनकी मौजूदगी ने प्रवासियों के बीच उनके प्रति विश्वास को और गहरा किया। इस दौरान उन्होंने सेलो ग्रुप के चेयरमेन प्रदीप राठौड एवं नाहर ग्रुप के चेयरमेन सुखराज नाहर के नेतृत्व में उद्योगपतियों, उद्यमियों और व्यवसायियों से मुलाकात कर राजस्थान के आर्थिक विकास में उनकी भागीदारी को पहले से ज्यादा बढ़ावा देने की पहल की।

उल्लेखनीय है कि राजस्थानी वेलफेयर एसोसिएशन प्रवासियों की चार दशक से सक्रिय संस्था है एवं उसकी कमान प्रदीप राठौड एवं सुखराज नाहर के हाथ है। ताजा दौर में, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की यह सक्रियता और प्रवासियों के साथ व्यक्तिगत स्तर पर जुड़ाव उनकी लोकप्रियता का प्रमुख कारण बन रहा है। उनकी नीतियां, सामाजिक समावेश और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण न केवल राजस्थान के निवासियों, बल्कि प्रवासी समाज के लिए भी प्रेरणादायक साबित हो रहे हैं। इस तरह, वे नई ऊर्जा और उत्साह के साथ राजस्थान की राजनीति और समाज में अपनी अमिट छाप छोड़ रहे हैं।



 
 
 

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