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कटारिया बोले – प्रवासियों का मातृभूमि प्रेम वंदनीय

शताब्दी गौरव

मुंबई। असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने कहा है कि देश कि अर्थव्यवस्था एवं राजस्थान के विकास में प्रवासी राजस्थानियों का महत्वपूर्ण योगदान है। कटारिया ने कहा कि प्रवासियों का अपनी मातृभूमि से प्रेम वंदनीय है। कटारिया ने मुंबई में प्रवासी राजस्थानी समाज की विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधियों राजेन्द्र लोढ़ा, गणपत कोठारी, विनोद लोढ़ा, धनपत देसरला, महावीर लोढ़ा, नरेन्द्र परमार, सुरेश परमार, शांतिलाल जैन, जगदीश मेहता, ललित शक्ति, नवलसिंह सुराणा, मुकेश वर्धन आदि से मुलाकात में कहा कि राजस्थान से दूर रहकर भी प्रवासी राजस्थानियों ने अपनी माटी से जुड़ाव बनाए रखा है एवं प्रदेश की जनता की हर तकलीफ में मदद के लिए वे हमेशा तैयार रहते हैं।

राज्यपाल कटारिया गुवाहाटी से तिरूपति की यात्रा के दौरान कुछ समय के लिए मुंबई में ट्रांजिट विजिट पर थे। इस अवसर पर सांताक्रूज स्थित राजूभाई लोढ़ा के निवास पर विभिन्न सामाजिक संस्थाओं से जुडे पदाधिकारी और प्रवासी राजस्थानी समाज के प्रतिष्ठित लोगों ने उनसे मुलाकात की एवं उनकी सेवाओं की सराहना करते हुए उनका अभिनंदन किया साथ ही लंबे सफलतम राजनीतिक जीवन की तरह ही राज्यपाल के रुप में भी उनकी सफलता की शुभकामनाएं दी।


अपनी मुंबई यात्रा के दौरान असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया ने शताब्दी गौरव से विशेष बातचीत में कहा कि प्रवासी राजस्थानी समाज की सहयोग करने की प्रवृत्ति एवं क्षमता पर न केवल राजस्थान बल्कि पूरे देश को गर्व है। उन्होंने कहा कि राजस्थान के उद्यमियों ने देश के हर क्षेत्र में नाम कमाया है। आजादी से लेकर अब तक बांगड़, बिड़ला, गोयनका, मित्तल, अग्रवाल, सिंघानिया, बजाज सहित कई घरानों ने भारत की आर्थिक उन्नति में अहम योगदान दिया है। असम में भी प्रवासी राजस्थानी हमेशा समाज की सेवा के लिए आगे रहे है। कटारिया ने शताब्दी गौरव से इस विशेष मुलाकात में कहा कि राजस्थान आज तेज गति से प्रगति कर रहा है।


प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की देश के विकास की योजनाओं एवं नीतियों की सराहना करते हुए कटारिया ने शताब्दी गौरव से इस विशेष बातचीत में कहा कि मोदीजी ऐसी योजनाएं लेकर आए हैं, जिससे उद्यमी आसानी से निवेश कर सकें। राज्यपाल कटारिया ने राजस्थान के विकास पर चर्चा करते हुए कहा कि अब राजस्थान की पहचान अकाल और सूखे से नहीं बल्कि तेजी से बढ़ते राज्य के रूप में होती है, तो इसके पीछे भैरोसिंह शेखावत एवं वसुधरा राजे के नेतृत्व में लागू हुई योजनाओं का महत्वपूर्ण योगदान है। कटारिया ने प्रवासी राजस्थानियों के सामाजिक सद्भाव की प्रशंसा करते हुए कहा कि मुंबई में रहकर भी हर जातिवर्ग एवं समाज के लोग परस्पर भाईचारें के साथ रहकर अपने गांव, जिले एवं प्रदेश के विकास में सहयोग करने के लिए हर तरह से तैयार रहते है यह एक अनुकरणीय उदाहरण है।



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